दो किसान मित्र थे साथ रहते थे साथ खाते थे साथ पीते थे सुख दु
दो किसान मित्र थे साथ रहते थे साथ खाते थे साथ पीते थे सुख दुख में साथ साथ एक दूसरे की सहायता करते थे
खेतो में सुबह से शाम तक एक साथ समय बिताते थे
एक दिन अचानक एक किसान दूसरे किसान से कहा हे मेरे मित्र यदि में एक दिन में तुझे छोड़कर चला गया तो तू क्या जी पाएगा
दूसरे किसान ने मुस्कुराते हुए ज़बाब दिया अरे पगले मुझे जीने के लिए तेरी यादें ही काफी है
अर्थात
इंसान को कभी हार नही माननी चाहिए