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28 Jan 2022 · 1 min read

दोहे

???कोरोना काल???
दोहे
नये रूप में फिर आया,ये कोरोना काल।
सबको उलझन हो रही,विकट हुआ यह साल।।
कोई भी बीमार हो, डरे-डरे से जायं।
वेक्सिन लगवाना ही,सीधा एक उपाय।।
घर से निकलो कभी भी,मास्क पहना जाय।
लाचारी हर मानव कि,कैसी आफत हाय।।!!!!
सुषमा सिंह उर्मि

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 510 Views
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