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Suryakant Dwivedi
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20 Jan 2022 · 1 min read
दोहे
वेश बदलते जो यहाँ, लेते नव-अवतार।
आज उन्हीं की जेब में, टिकटों का संसार।।
सूर्यकांत
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
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