#दोहा-
#दोहा-
🙅 आज की आवाज़🙅
“ख़त्म करो इक बार में, सब श्वानों का वंश।
सिंह सहेंगे कब तलक, छद्म-युद्ध का दंश??”
【प्रणय प्रभात】
#दोहा-
🙅 आज की आवाज़🙅
“ख़त्म करो इक बार में, सब श्वानों का वंश।
सिंह सहेंगे कब तलक, छद्म-युद्ध का दंश??”
【प्रणय प्रभात】