Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Feb 2024 · 1 min read

दोहा

दोहा
____________________________
पकड़े रहिए सर्वदा, सद्विवेक का हाथ
सब की रक्षा कर रहे, प्रभु श्री दीनानाथ
———–
रचयिता: रवि प्रकाश, रामपुर उत्तर प्रदेश

Language: Hindi
187 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

प्यार है ये भैया-भाभी का ।
प्यार है ये भैया-भाभी का ।
Buddha Prakash
लिख दूं
लिख दूं
Vivek saswat Shukla
कहें सुधीर कविराय
कहें सुधीर कविराय
Sudhir srivastava
मुझ पर इल्जाम लगा सकते हो .... तो लगा लो
मुझ पर इल्जाम लगा सकते हो .... तो लगा लो
हरवंश हृदय
*कृपा कर दो हे बाबा श्याम, खाटू के सहारे हैं (भजन)*
*कृपा कर दो हे बाबा श्याम, खाटू के सहारे हैं (भजन)*
Ravi Prakash
नश्वर सारा जीव जगत है सबने ही बतलाया
नश्वर सारा जीव जगत है सबने ही बतलाया
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
“ सर्पराज ” सूबेदार छुछुंदर से नाराज “( व्यंगयात्मक अभिव्यक्ति )
“ सर्पराज ” सूबेदार छुछुंदर से नाराज “( व्यंगयात्मक अभिव्यक्ति )
DrLakshman Jha Parimal
Baat faqat itni si hai ki...
Baat faqat itni si hai ki...
HEBA
""बहुत दिनों से दूर थे तुमसे _
Rajesh vyas
इश्क दर्द से हो गई है, वफ़ा की कोशिश जारी है,
इश्क दर्द से हो गई है, वफ़ा की कोशिश जारी है,
Pramila sultan
मैं - बस मैं हूँ
मैं - बस मैं हूँ
Usha Gupta
छठ पूजा
छठ पूजा
Satish Srijan
सोच अपनी-अपनी
सोच अपनी-अपनी
Nirmla Chauhan
गीत- कभी ख़ुशियाँ कभी ग़म हैं...
गीत- कभी ख़ुशियाँ कभी ग़म हैं...
आर.एस. 'प्रीतम'
मौत के डर से सहमी-सहमी
मौत के डर से सहमी-सहमी
VINOD CHAUHAN
सपने ना बंद आँखो में है ,
सपने ना बंद आँखो में है ,
Manisha Wandhare
हे मनुष्य बड़ा लोभी है तू
हे मनुष्य बड़ा लोभी है तू
Vishnu Prasad 'panchotiya'
मोहब्बत की आख़िरी हद, न कोई जान पाया,
मोहब्बत की आख़िरी हद, न कोई जान पाया,
Rituraj shivem verma
मैं तुम में अपनी दुनियां ढूँढने लगी
मैं तुम में अपनी दुनियां ढूँढने लगी
Ritu Verma
साहब का कुत्ता (हास्य-व्यंग्य कहानी)
साहब का कुत्ता (हास्य-व्यंग्य कहानी)
गुमनाम 'बाबा'
Stages Of Love
Stages Of Love
Vedha Singh
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
पिता
पिता
Sanjay ' शून्य'
मुक्तक-विन्यास में एक तेवरी
मुक्तक-विन्यास में एक तेवरी
कवि रमेशराज
जो चलाता है पूरी कायनात को
जो चलाता है पूरी कायनात को
shabina. Naaz
बचपन
बचपन
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
बाण मां के दोहे
बाण मां के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
'अस्त्तित्व मेरा हिन्दुस्तानी है'
'अस्त्तित्व मेरा हिन्दुस्तानी है'
Manisha Manjari
"आशा-तृष्णा"
Dr. Kishan tandon kranti
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Loading...