Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
गुमनाम 'बाबा'
25 Followers
Follow
Report this post
27 Sep 2023 · 1 min read
दोहा
दोहा
राधा कहता आपको, ओ राधा के दास।
राधा-राधा जब कहा, पाया तुमको पास।।
©दुष्यन्त ‘बाबा’
Tag:
Quote Writer
Like
Share
338 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
बेवजह का रोना क्या अच्छा है
Sonam Puneet Dubey
- मोहब्बत की मिसाले -
bharat gehlot
कमबख़्त इश़्क
Shyam Sundar Subramanian
उनका शौक़ हैं मोहब्बत के अल्फ़ाज़ पढ़ना !
शेखर सिंह
पढ़ना-लिखना तो ज़रूरी है ही,
Ajit Kumar "Karn"
औरों की बात मानना अपनी तौहीन लगे, तो सबसे पहले अपनी बात औरों
*प्रणय*
तुम्हारा आना
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
हुआ जो मिलन, बाद मुद्दत्तों के, हम बिखर गए,
डी. के. निवातिया
वोट डालने निश्चित जाना
श्रीकृष्ण शुक्ल
बाल कविता: मोर
Rajesh Kumar Arjun
ये साथ चलने के लिए निकले थे लोग कितने।
Phool gufran
अनुराग
Bodhisatva kastooriya
आकांक्षा तारे टिमटिमाते ( उल्का )
goutam shaw
टिमटिम करते नभ के तारे
कुमार अविनाश 'केसर'
गौरतलब
Dr. Kishan tandon kranti
‘सच’ का सच
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
नई किरण रोशनी की ….
meenu yadav
सीमायें
Shashi Mahajan
आज भी मुझे मेरा गांव याद आता है
Praveen Sain
"नींद नहीं आती है"
राकेश चौरसिया
अब नहीं
Seema gupta,Alwar
सत्य क्या है ?
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
कमीना विद्वान।
Acharya Rama Nand Mandal
मूरत
कविता झा ‘गीत’
इश्क तू जज़्बात तू।
Rj Anand Prajapati
अंधेरों में कटी है जिंदगी अब उजालों से क्या
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
19, स्वतंत्रता दिवस
Dr .Shweta sood 'Madhu'
4203💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
खुदा की चौखट पर
dr rajmati Surana
कुंडलिया. . .
sushil sarna
Loading...