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गुमनाम 'बाबा'
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21 Aug 2023 · 1 min read
दोहा
दोहा
हे प्रभु! मुझको दीजिए, केवल यह वरदान।
जग से नाता छोड़ कर, करूँ आपका ध्यान।।
दुष्यन्त ‘बाबा’
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