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Suryakant Dwivedi
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22 Dec 2022 · 1 min read
दोहा बेटी
बेटी कोमल फूल सी, है बगिया की शान
बसती उसके नेह में, बस बाबुल की जान।।
सूर्यकान्त द्विवेदी
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
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Surya Kant Dwivedi
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