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14 Jun 2021 · 1 min read

दोहावली

****************दोहावली ************
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1.काम
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दिल से तुम जो भी करो , पूरे होते काम।
जन का अगर भला करो,मिलते हैं प्रभु राम।।
2.दाम
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जो जन जी से है करे , कर्म सुबह से शाम।
श्रम का फल उसको मिले, मिले काम का दाम।।
3.नाम
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मत करिए ऐसा कभी, जो कर दे बदनाम।
जग में सदा काम करो,हो जो जिस से नाम।।
4.साम
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विपक्षी को वश में करो, सोहबत दाम- साम।
मनसीरत गुरु है कहे, करो न कभी विश्राम।।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
332 Views
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