Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jun 2023 · 1 min read

दोहावली ओम की

स्वर सम्राज्ञी लताजी , कर गईं महाप्रयाण ।
हृदयस्पर्शी गीत सुन , लौट आते थे प्राण ।।

सुर की ऐसी रागिनी , नहीं अब इस संसार ।
लता दीदी के बिना , लग रहा जगत असार ।।

सुरतान की ऐसी कला , कोई दूसरा ना। होय ।
सुन मीठी सुरतान को , होय मगन सब कोय ।।

ओमप्रकाश भारती ओम्

Language: Hindi
1 Like · 180 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओमप्रकाश भारती *ओम्*
View all
You may also like:
****शीतल प्रभा****
****शीतल प्रभा****
Kavita Chouhan
# खरी बातें
# खरी बातें
DrLakshman Jha Parimal
सपनों को दिल में लिए,
सपनों को दिल में लिए,
Yogendra Chaturwedi
गांव
गांव
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*रामदेव जी धन्य तुम (नौ दोहे)*
*रामदेव जी धन्य तुम (नौ दोहे)*
Ravi Prakash
4536.*पूर्णिका*
4536.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
यूं सच्चे रिश्तें भी अब मुसाफ़िर बन जाते हैं,
यूं सच्चे रिश्तें भी अब मुसाफ़िर बन जाते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
उम्मीद
उम्मीद
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
रात ॲंधेरी सावन बरसे नहीं परत है चैन।
रात ॲंधेरी सावन बरसे नहीं परत है चैन।
सत्य कुमार प्रेमी
हर‌ शख्स उदास है
हर‌ शख्स उदास है
Surinder blackpen
*नशा तेरे प्यार का है छाया अब तक*
*नशा तेरे प्यार का है छाया अब तक*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वक्त पड़े तो मानता,
वक्त पड़े तो मानता,
sushil sarna
नारी का सशक्तिकरण
नारी का सशक्तिकरण
Shashi Mahajan
"जीवन का सबूत"
Dr. Kishan tandon kranti
हौसला मेरा
हौसला मेरा
Dr fauzia Naseem shad
हाइकु (#हिन्दी)
हाइकु (#हिन्दी)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
*उठो,उठाओ आगे को बढ़ाओ*
*उठो,उठाओ आगे को बढ़ाओ*
Krishna Manshi
जितने श्री राम हमारे हैं उतने श्री राम तुम्हारे हैं।
जितने श्री राम हमारे हैं उतने श्री राम तुम्हारे हैं।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
Virtual vs. Real: The Impact on Brain Development of Children in Modern World
Virtual vs. Real: The Impact on Brain Development of Children in Modern World
Shyam Sundar Subramanian
मैं हिंदी में इस लिए बात करता हूं क्योंकि मेरी भाषा ही मेरे
मैं हिंदी में इस लिए बात करता हूं क्योंकि मेरी भाषा ही मेरे
Rj Anand Prajapati
वक़्त
वक़्त
विजय कुमार अग्रवाल
In the bamboo forest
In the bamboo forest
Otteri Selvakumar
बेवफाई उसकी दिल,से मिटा के आया हूँ।
बेवफाई उसकी दिल,से मिटा के आया हूँ।
पूर्वार्थ
इधर एक बीवी कहने से वोट देने को राज़ी नहीं। उधर दो कौड़ी के लो
इधर एक बीवी कहने से वोट देने को राज़ी नहीं। उधर दो कौड़ी के लो
*प्रणय*
संवेदनशील होना किसी भी व्यक्ति के जीवन का महान गुण है।
संवेदनशील होना किसी भी व्यक्ति के जीवन का महान गुण है।
Mohan Pandey
सम्बन्ध (नील पदम् के दोहे)
सम्बन्ध (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
सावन 💐💐💐
सावन 💐💐💐
डॉ० रोहित कौशिक
★किसान ए हिंदुस्तान★
★किसान ए हिंदुस्तान★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
मारी थी कभी कुल्हाड़ी अपने ही पांव पर ,
मारी थी कभी कुल्हाड़ी अपने ही पांव पर ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
यू तो गुल-ए-गुलशन में सभी,
यू तो गुल-ए-गुलशन में सभी,
TAMANNA BILASPURI
Loading...