!!! दोस्त मेरे !!!
तेरे दिल के अंदाज ने मुझ को यह सिखाया
कि प्यार कर मुझ से . मैं तेरा प्यार हूँ
दीदार कर हमेशां कि मैं , तेरा ही इकरार हूँ
उल्फत में क्यूं गुजरता है..में ही तो तेरा यार हूँ !!
बन जा तू मेरा हमसफ़र चल साथ निभा मेरा
सब रह जायेंगे पीछे , तेरे संग निकलेगा अब सवेरा
तीर नजरों के न चला किसी ओर की तरफ अब ओ
मेरे रहनुमा , बाकी सफ़र का तेरे , मैं हमराह हूँ !!
इक झलक न मिले तेरी तो दिन गुजरता नहीं मेरा
तेरे दुःख दर्द को देख कर मन अब लगता भी नहीं मेरा
आएँगी राह में न जाने अब कितनी सारी परेशानिया
चलना मिलके साथ साथ है, यही तो करता अब करार हूँ !!
रोशन तुझी से रहेगी दुनिया और जीवन का हर पल
ऐसा न दिन कभी देखना जिस में बिछड़ता देखूं वो पल
कि दर्द में जल जाये आत्मा तेरी और में बेखबर हो जाऊ
गीत बजे अब तेरे दिल से मेरा, अब तेरा वो मैं अंदाज हूँ !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ