दोस्त पुराने याद आते हैं !
दोस्त पुराने याद आते हैं,
वो गुज़रे ज़माने याद आते हैं।
कॉलेज की वो कैंटीन पुरानी,
आंखो में बसा वो चेहरा नूरानी।
वो क्लासरूम के रोचक किस्से,
जीवन के बन गए जो हिस्से।
वो बैच की सबसे सुंदर बाला,
सबके सपनो की थी मधुबाला।
वो रातों को हॉस्टल में जागना,
सुबह क्लास के लिए भागना।
हमारा इकतरफा सच्चा प्यार,
मान बैठे थे जिसे हम संसार।
वो दोस्तों के ताने रोज़ सहना,
वो भावनाओ में हमारा बहना।
वो सिगरेट छुप छुप कर पीना,
वो मस्ती में हर रोज़ का जीना।
न फिक्र न कोई चिंता मन में,
जिंदगी जैसे जिंदा थी तन में।
वो बीते दिन और बीती रातें,
वो पुरानी बातें और सौगातें।
वो किस्से पुराने हम सुनाते हैं,
दोस्त पुराने याद आते हैं।