Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 May 2024 · 1 min read

दोस्ती

सारे रिश्ते बन कर आते हैं,
एक रिश्ता ऐसा है,
जिसका साथ हमेशा है,
जो हम खुद बनाते हैं,
दोस्ती का नाम ही इतना प्यारा है,
एक दोस्त ही दोस्त का सहारा है,
सारे रिश्ते रिश्तो में अनमोल है ये रिश्ता,
क्योंकि एक दोस्त ही है सबसे बड़ा फरिस्ता,
नई भी है ,
और पुराने भी,
कुछ साथ यहीं तक हैं,
लेकिन हमारा साथ हमेशा है,
दोस्ती है ,
किसका पैसा नहीं,
जो आज है,
वह कल भी साथ रहेगा,
हमारा दोस्ताना सबको याद रहेगा,
हमारे तो इतने जलवे थे ,
कि स्कूल में कल भी हमारे चर्चे थे,
और आज भी हमारे चर्चे हैं,
दोस्त एक नाम नहीं ,
जिंदगी है,
आज तक कोई समझ नहीं पाया कि हम सब में से किसने किसको गाली सिखाई,
लेकिन सबको टॉप की आती है,
ये वो दोस्ती है,
जिसके आगे भी हम हैं
और पिछे भी,
इतने अच्छे हैं हम,
लड़के क्या है,
हम लड़कियाँ भी नहीं हैं किसी से कम,
और सिर्फ एक दोस्ती ही है जो उमर भर साथ निभाती है|

4 Likes · 53 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
औरतें ऐसी ही होती हैं
औरतें ऐसी ही होती हैं
Mamta Singh Devaa
श्री गणेश वंदना:
श्री गणेश वंदना:
जगदीश शर्मा सहज
किसी मे
किसी मे
Dr fauzia Naseem shad
जब  भी  तू  मेरे  दरमियाँ  आती  है
जब भी तू मेरे दरमियाँ आती है
Bhupendra Rawat
dr arun kumar shastri -you are mad for a job/ service - not
dr arun kumar shastri -you are mad for a job/ service - not
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ଅହଙ୍କାର
ଅହଙ୍କାର
Bidyadhar Mantry
Speak with your work not with your words
Speak with your work not with your words
Nupur Pathak
क्या मुकद्दर बनाकर तूने ज़मीं पर उतारा है।
क्या मुकद्दर बनाकर तूने ज़मीं पर उतारा है।
Phool gufran
"मदहोश"
Dr. Kishan tandon kranti
आखिर क्या कमी है मुझमें......??
आखिर क्या कमी है मुझमें......??
Keshav kishor Kumar
*तेरे साथ जीवन*
*तेरे साथ जीवन*
AVINASH (Avi...) MEHRA
■ शर्मनाक सच्चाई….
■ शर्मनाक सच्चाई….
*प्रणय प्रभात*
किसका  हम शुक्रिया करें,
किसका हम शुक्रिया करें,
sushil sarna
जब तुमने वक्त चाहा हम गवाते चले गये
जब तुमने वक्त चाहा हम गवाते चले गये
Rituraj shivem verma
मैं रात भर मैं बीमार थीऔर वो रातभर जागती रही
मैं रात भर मैं बीमार थीऔर वो रातभर जागती रही
Dr Manju Saini
फिर से अजनबी बना गए जो तुम
फिर से अजनबी बना गए जो तुम
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
किसी को उदास पाकर
किसी को उदास पाकर
Shekhar Chandra Mitra
*विश्व योग का दिन पावन, इक्कीस जून को आता(गीत)*
*विश्व योग का दिन पावन, इक्कीस जून को आता(गीत)*
Ravi Prakash
They say,
They say, "Being in a relationship distracts you from your c
पूर्वार्थ
खुशियों का बीमा
खुशियों का बीमा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
15- दोहे
15- दोहे
Ajay Kumar Vimal
ख्वाहिशों की ना तमन्ना कर
ख्वाहिशों की ना तमन्ना कर
Harminder Kaur
कुछ चूहे थे मस्त बडे
कुछ चूहे थे मस्त बडे
Vindhya Prakash Mishra
'ਸਾਜਿਸ਼'
'ਸਾਜਿਸ਼'
विनोद सिल्ला
आप हर किसी के लिए अच्छा सोचे , उनके अच्छे के लिए सोचे , अपने
आप हर किसी के लिए अच्छा सोचे , उनके अच्छे के लिए सोचे , अपने
Raju Gajbhiye
मैं तो महज बुनियाद हूँ
मैं तो महज बुनियाद हूँ
VINOD CHAUHAN
मैं बनारस का बेटा हूँ मैं गुजरात का बेटा हूँ मैं गंगा का बेट
मैं बनारस का बेटा हूँ मैं गुजरात का बेटा हूँ मैं गंगा का बेट
शेखर सिंह
दुकान मे बैठने का मज़ा
दुकान मे बैठने का मज़ा
Vansh Agarwal
तुमको अच्छा तो मुझको इतना बुरा बताते हैं,
तुमको अच्छा तो मुझको इतना बुरा बताते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कहती गौरैया
कहती गौरैया
Dr.Pratibha Prakash
Loading...