दोस्ती
आज फ़ैसला ये कीजिये कि कुछ फ़ासला रखा जाये,
देखते हो अगर उसको तो कुछ हौसला रखा जाये।
बात बढ़ाना है तो ठीक है ,
वरना खामोखां क्यों, कुछ सिलसिला रखा जाये।।
आज फ़ैसला ये कीजिये कि कुछ फ़ासला रखा जाये,
देखते हो अगर उसको तो कुछ हौसला रखा जाये।
बात बढ़ाना है तो ठीक है ,
वरना खामोखां क्यों, कुछ सिलसिला रखा जाये।।