दोस्ती ज़िंदगी से।
जब जहाँ भी हो सके,
जी भर के मस्ती कर लो,
यही तो एक ज़िंदगी है दोस्त,
हो सके तो इससे दोस्ती कर लो।
-अंबर श्रीवास्तव।
जब जहाँ भी हो सके,
जी भर के मस्ती कर लो,
यही तो एक ज़िंदगी है दोस्त,
हो सके तो इससे दोस्ती कर लो।
-अंबर श्रीवास्तव।