दोष रोपण नहीं जमीर का आंकलन
अपना गिरेबान देखते नहीं ,
लगाते सदा दूसरों पर दोषरोपण ।
करने लगे यदि सभी नेता अपने ,
व्यक्तित्व और जमीर का आंकलन ।
तो स्वीकार करे अपनी त्रुटियां ,
और करे देश सेवा हेतु सम्पूर्ण समर्पण ।
अपना गिरेबान देखते नहीं ,
लगाते सदा दूसरों पर दोषरोपण ।
करने लगे यदि सभी नेता अपने ,
व्यक्तित्व और जमीर का आंकलन ।
तो स्वीकार करे अपनी त्रुटियां ,
और करे देश सेवा हेतु सम्पूर्ण समर्पण ।