देश
देश-एक बहुत ज़रूरी शब्द है
एक ऐसा शब्द जिसके लिए दिल में इज़्ज़त होनी चाहिए
कभी सोचा है कि देश क्या होता है
तिरंगा, संविधान,अदालत, कानून, राष्ट्रगान
आखिर क्या होता है देश।
कुछ असली अनपढ़
और कुछ पढ़े-लिखे अनपढ़ों के लिए
सरकार ही देश हैं।
मगर ये ग़लत है
सरासर ग़लत है।
सरकारें तो आती जाती रहती हैं
लेकिन देश रहता है।
मंदिर-मस्ज़िद-गिरजा-गुरुद्वारा
ये सब देश के अंदर है
मगर देश नहीं है।
तो फिर देश कौन है
देश वो किसान हैं जो अन्न उगाता हैं
देश वो शिक्षक हैं जो बच्चों को पढ़ाता हैं।
देश खेतों में कहीं फ़सल की उगने की ख़ुशी है
देश स्कूली बच्चों की खिलती हँसी है।
देश वो मरीज़ है जिसने अस्पताल में मौत को हराया
देश वो शिक्षा है जिसने हमको इंसान बनाया।
देश वो त्योहार है जिसे लोग मिलकर मनाते हैं
देश वो लोग हैं जो खुदकों देशवासी बताते हैं।
देश-एक बहुत ज़रूरी शब्द है।
-जॉनी अहमद ‘क़ैस’