देश प्रेम
भारतभूमि से बढ़कर और कोई बात नही,
भारती माँ का सेवक हूँ मेरी कोई जात नही,
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई कहकर नही लड़ाना,
मेरा धर्म मानवता है मानव धर्म भूलूंगा नही,
भारतभूमि से बढ़कर और कोई बात नही,
भारती माँ का सेवक हूँ मेरी कोई जात नही,
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई कहकर नही लड़ाना,
मेरा धर्म मानवता है मानव धर्म भूलूंगा नही,