देश प्रेम
देश प्रेम
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वतन के वास्ते हम, सब कुछ लुटा देंगे।
जान तो क्या हम,अपना यौवन मिटा देंगे।।
वो मानव ही क्या, जिसमें लहु गर्म
न होवे ।
वो भारतीय क्या, जिसमें देश प्रेम
न होवे ।।
वतन के वास्ते हम सब कुछ——
भारत हमारा मान है, और हमारी
आन है भारत।
हमारी संस्कृति और, हमारा ईमान
है भारत ।।
अपने देश के खातिर,हम सिर कटा देंगे
ऐ!देश तुझपे जान तो क्या,
सब कुछ लुटा देंगे।
अगर जरूरत पड़ी कभी, तो रक्त का
कतरा-कतरा बहा देंगे।।
मेरे देश तुझ पर हम, अपनी जान भी
कुर्बान कर देंगे ।।
देश के प्रहरी है हम,पहरा वतन पर
देते हैं ।
दिन रात जागकर हम,भारत माता कि
रक्षा करते हैं ।।
सुषमा सिंह *उर्मि,,