Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Dec 2019 · 1 min read

देश को बचाना है

देश को बचाना है, मासूम बेटियां बचाएं
खुद जाग जाएं ओर ओरों को भी जगाएं

देश जल रहा हैं इंतहा ,कौमी नफरतों में
चिराग शांति का जला के नफरत बुझाएं

आमजन जल रहे हैं सरेआम यहाँ -वहाँ
मुद्दें सरेआम जलाएं,आमजन को बचाएं

हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई,आपस में भाई
भाई कोभाई से ना लड़ाएं, देश को बचाएं

स्वार्थ में ह़ो गया हरेक धर्म का बंदा अंधा
धर्म में डूबे बंदें को सप्रेम सदमार्ग दिखाएं

कौमी मुद्दों पर क्यों देश को जला रहे हो
कौम से ऊपर हो एकता सूत्र में बंध जाएं

सियासतदारों की सस्ती राजनीति समझो
अनमोल जीवन-मूल्यों को यूँ मत गवाएं

देश अहितकारी शक्ति-विकारों को समझो
संस्कृति -संस्कार,मान-सम्मान को बचाएं

देश अगर विश्व-पटल पर बढ़ते दर्शाना हैं
सुखविंद्र मानवताका पाठ पढें और पढाएं

-सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)
9896872258

Language: Hindi
2 Comments · 243 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

अनुत्तरित
अनुत्तरित
Meera Thakur
*क्रोध की गाज*
*क्रोध की गाज*
Buddha Prakash
पुस्तक समीक्षा- राना लिधौरी गौरव ग्रंथ
पुस्तक समीक्षा- राना लिधौरी गौरव ग्रंथ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
..
..
*प्रणय*
।।मैं घड़ी हूं।।
।।मैं घड़ी हूं।।
भगवती पारीक 'मनु'
*जख्मी मुस्कुराहटें*
*जख्मी मुस्कुराहटें*
Krishna Manshi
गुरु बिना ज्ञान नहीं, जीवन में सम्मान नहीं।
गुरु बिना ज्ञान नहीं, जीवन में सम्मान नहीं।
Ranjeet kumar patre
कहते हैं संसार में ,
कहते हैं संसार में ,
sushil sarna
सीरत अच्छी या सूरत
सीरत अच्छी या सूरत
MEENU SHARMA
यौवन
यौवन
Ashwani Kumar Jaiswal
जय जगन्नाथ ! जय जगन्नाथ !!
जय जगन्नाथ ! जय जगन्नाथ !!
महेश चन्द्र त्रिपाठी
*नहीं फेंके अब भोजन (कुंडलिया)*
*नहीं फेंके अब भोजन (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना
भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना
आर.एस. 'प्रीतम'
3069.*पूर्णिका*
3069.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जो लोग टूट जाते हैं किसी से दिल लगाने से,
जो लोग टूट जाते हैं किसी से दिल लगाने से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मेरे ख्वाब ।
मेरे ख्वाब ।
Sonit Parjapati
मर्दुम-बेज़ारी
मर्दुम-बेज़ारी
Shyam Sundar Subramanian
कविता
कविता
Rambali Mishra
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
"झूठ"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रेम शाश्वत है
प्रेम शाश्वत है
Harminder Kaur
स्कंदमाता
स्कंदमाता
मधुसूदन गौतम
कलानिधि
कलानिधि
Raju Gajbhiye
मुक्तक
मुक्तक
गुमनाम 'बाबा'
इंतज़ार
इंतज़ार
Shekhar Chandra Mitra
व्यर्थ है कल्पना
व्यर्थ है कल्पना
manjula chauhan
यह सुहाना सफर अभी जारी रख
यह सुहाना सफर अभी जारी रख
Anil Mishra Prahari
#ਮੇਰੇ ਉੱਠੀ ਕਲੇਜੇ ਪੀੜ
#ਮੇਰੇ ਉੱਠੀ ਕਲੇਜੇ ਪੀੜ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
मैथिली और बंगाली
मैथिली और बंगाली
श्रीहर्ष आचार्य
तब तो मेरा जीवनसाथी हो सकती हो तुम
तब तो मेरा जीवनसाथी हो सकती हो तुम
gurudeenverma198
Loading...