देश के दुश्मन सिर्फ बॉर्डर पर ही नहीं साहब,
देश के दुश्मन सिर्फ बॉर्डर पर ही नहीं साहब,
समाज के अंदर भी भरे पड़े हैं. कुछ दलालों के संरक्षण में समाज में छुपे हुए हैं, जो देश को दीमक की तरह खोखला कर रहे हैं…….
आजादी बनाए रखना है तो ऐसे गद्दारों से निपटना ही होगा.