देश काल और परिस्थितियों के अनुसार पाखंडियों ने अनेक रूप धारण
देश काल और परिस्थितियों के अनुसार पाखंडियों ने अनेक रूप धारण किए हैं,जो समाज को सदैव दिग्भ्रमित करते रहते हैं। अपना उल्लू सीधा करने के लिए विभिन्न आडम्बर अपना लिए जाते हैं वरना कुछ भी प्रकृति से इतर नहीं है।
विमला महरिया “मौज”