Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Dec 2022 · 1 min read

“देशभक्ति की अलख”

“देशभक्ति की अलख”
——————————

देशभक्ति की अलख, ह्रदय में जलाकर देख।
तब तूं भी वतन का रखवाला,देशभक्त कहलायेगा।
राष्ट्रप्रेंम की भावना, अंतर में जगा कर देख।
अपने अन्दर भी एक, नेक इन्सान पायेगा।

अपने शौर्य,पराक्रम की, अमिट कहानी लिख।
मातृभूमि की आन पर, सर कटाना सीख।
जब माथे पर मात्रृभूमि का, तिलक लगायेगा।
तब तूं भी राष्ट्र का, वीर सपूत कहलायेगा।

आईने से चेहरे को, कब तक झुपायेगा?
आतंकी मुखड़े से, नकाब कब हटायेगा?
भीड़ में दहशत गर्दिश फैलाने वालों,
अब तेरा अस्तित्त्व मिट जाएगा।
एकजुट हो रहा विश्व अब,
तेरा संगठन नहीं बच पायेगा।।

वर्षा(एक काव्य संग्रह) से/ राकेश चौरसिया

Language: Hindi
1 Like · 164 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from राकेश चौरसिया
View all
You may also like:
चाहे अकेला हूँ , लेकिन नहीं कोई मुझको गम
चाहे अकेला हूँ , लेकिन नहीं कोई मुझको गम
gurudeenverma198
■अहम सवाल■
■अहम सवाल■
*प्रणय प्रभात*
जपूं मैं राधेकृष्ण का नाम...!!!!
जपूं मैं राधेकृष्ण का नाम...!!!!
Jyoti Khari
मन में क्यों भरा रहे घमंड
मन में क्यों भरा रहे घमंड
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मुक्तक
मुक्तक
Yogmaya Sharma
मैं सदा चलता रहूंगा,
मैं सदा चलता रहूंगा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सब्र की मत छोड़ना पतवार।
सब्र की मत छोड़ना पतवार।
Anil Mishra Prahari
किसी ने बड़े ही तहजीब से मुझे महफिल में बुलाया था।
किसी ने बड़े ही तहजीब से मुझे महफिल में बुलाया था।
Ashwini sharma
प्रश्नों का प्रासाद है,
प्रश्नों का प्रासाद है,
sushil sarna
सुबुधि -ज्ञान हीर कर
सुबुधि -ज्ञान हीर कर
Pt. Brajesh Kumar Nayak
वह फिर से छोड़ गया है मुझे.....जिसने किसी और      को छोड़कर
वह फिर से छोड़ गया है मुझे.....जिसने किसी और को छोड़कर
Rakesh Singh
जीवन भर मरते रहे, जो बस्ती के नाम।
जीवन भर मरते रहे, जो बस्ती के नाम।
Suryakant Dwivedi
🌳 *पेड़* 🌳
🌳 *पेड़* 🌳
Dhirendra Singh
अब इश्क़ की हर रात सुहानी होगी ।
अब इश्क़ की हर रात सुहानी होगी ।
Phool gufran
जागरूकता
जागरूकता
Neeraj Agarwal
मलाल आते हैं
मलाल आते हैं
Dr fauzia Naseem shad
एक उदासी
एक उदासी
Shweta Soni
Dr Arun Kumar shastri ek abodh balak Arun atript
Dr Arun Kumar shastri ek abodh balak Arun atript
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*पीता और पिलाता है*
*पीता और पिलाता है*
Dushyant Kumar
बहुत दिनों के बाद दिल को फिर सुकून मिला।
बहुत दिनों के बाद दिल को फिर सुकून मिला।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
"जोड़-घटाव"
Dr. Kishan tandon kranti
"हर कोई अपने होते नही"
Yogendra Chaturwedi
मुझे जब भी तुम प्यार से देखती हो
मुझे जब भी तुम प्यार से देखती हो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
2744. *पूर्णिका*
2744. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल _ मुहब्बत में बहके , क़दम उठते उठते ,
ग़ज़ल _ मुहब्बत में बहके , क़दम उठते उठते ,
Neelofar Khan
दीवानगी
दीवानगी
Shyam Sundar Subramanian
आदम का आदमी
आदम का आदमी
आनन्द मिश्र
अगर, आप सही है
अगर, आप सही है
Bhupendra Rawat
शायद जीवन का सबसे महत्वपूर्ण क्षण स्वयं को समझना है।
शायद जीवन का सबसे महत्वपूर्ण क्षण स्वयं को समझना है।
पूर्वार्थ
युगों-युगों तक
युगों-युगों तक
Harminder Kaur
Loading...