देवी गीत
हे जग जननी, सिंह वाहनी ।
ममतामयी माँ, अभय दायनी ।।
तोरी जय जय कार ,
भवानी माँ खोलो दरबार…..
अष्टभुजी माता महारानी ।
शक्ति स्वरूपा अम्बे भवानी ।।
सुनले आज पुकार ,
भवानी माँ खोलो दरबार…..
सुर नर मुनिजन महिमा गावें ।
शेष शारदा पर न पावें ।।
महिमा अमित अपार ,
भवानी माँ खोलो दरबार…..
जो दुखिया तेरे दर आता ।
बिन मांगे सब कुछ पा जाता ।।
जस गावे संसार ,
भवानी माँ खोलो दरबार…..