देने वाले प्रभु श्री राम
देने वाले इस दुनिया में एक अपने प्रभु श्री राम हैं
हम तुम क्या हैं इस दुनिया में उनकी ही संतानें हैं
देने वाले इस दुनिया में एक अपने प्रभु श्री राम हैं
देने वाले इस दुनिया में एक अपने प्रभु श्री राम हैं
सब इच्छाएं हरि स्मरण से पूरी होती देखी हैं
सब इच्छाएं हरि स्मरण से पूरी होती देखी हैं
किसको कितना मिलना है यह भाग्य की बात है
जब भी घिरा विपत्ति में तो रघुराई ने दिया सहारा है
जब भी घिरा विपत्ति में तो रघुराई ने दिया सहारा है
देने वाले इस दुनिया में एक अपने प्रभु श्री राम हैं
कर्म करना है फल की इच्छा नाहक ही हम करते हैं
कर्म करना है फल की इच्छा नाहक ही हम करते हैं
मन कर्म और वचन की पवित्रता ही तो हमारी पूंजी है
फल का मिलना हमने तो प्रभु श्री राम के हाथों छोड़ा है
फल का मिलना हमने तो प्रभु श्री राम के हाथों छोड़ा है
देने वाले इस दुनिया में एक अपने प्रभु श्री राम हैं
देने वाले इस दुनिया में एक अपने प्रभु श्री राम हैं
हम तुम क्या हैं इस दुनिया में उनकी ही संतानें हैं
देने वाले इस दुनिया में एक अपने प्रभु श्री राम हैं
इति।
इन्जी संजय श्रीवास्तव
बालाघाट मध्यप्रदेश