देना हमको ये वरदान
देना हमको ये वरदान
माता मेरी सरस्वती
देना हमको ये वरदान
सत्य पथ चलता रहूँ मैं
ये ही मेरा रहे स्वाभिमान।
कविता गीत बनाऊ ऐसे
जो दूर करें लोगों का अभिमान
सदाचार संस्कार मन में हो अच्छे विचार
अच्छी बातों अच्छी सीखों से
गूँजे महके सारा जहान।
माता मेरी सरस्वती
देना हमको ये वरदान
बृन्दावन बैरागी”कृष्णा”