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26 May 2022 · 1 min read

देख रहा हूँ

221 1221 1221 122
काफि़या –नया
रदीफ:–देख रहा हूँ।
दिया गया मिसर’अ:–
तहज़ीब का ये रूप नया देख रहा हूँ।

बदले इस जमाने की हवा देख रहा हूँ।
गैरों में है शामिल अपना देख रहा हूँ।
आदाब नहीं आदमियत भी बदली है ,
तहज़ीब का ये रूप नया देख रहा हूँ।

@पाखी

Language: Hindi
1 Like · 292 Views
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