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18 Nov 2018 · 1 min read

देख किशन को राधा

किशन को देख राधा बाबली है
पड़ी उसकी नजर जो सांवली है

चली आती सुनी जो बाँसुरी धुन
बनी श्यामा उसी की लाड़ली है

कदम्बे चढ़ चुरा कर के वसन जब
सहे सब गोपियाँ ये धाँधली है

गिरफ्तारी हुई है प्रेम में जब
सभी की खोपड़ी अब ओखली है

पकी है प्यार में कान्हा सखी सब
चखे जो बेर शबरी पोपली है

81 Likes · 1 Comment · 366 Views
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