देखो ! यह बेशुमार कामयाबी पाकर,
देखो ! यह बेशुमार कामयाबी पाकर,
कहीं तुम बहक मत जाना,
मिलेगा अवाम का प्यार भी बेइंतहा,
मगर तुम फिर भी मत इतराना ,
जीत और हार को खुदा की नेमत समझकर,
बस ! अपनी कोशिशों में चार चांद लगाते रहना।
देखो ! यह बेशुमार कामयाबी पाकर,
कहीं तुम बहक मत जाना,
मिलेगा अवाम का प्यार भी बेइंतहा,
मगर तुम फिर भी मत इतराना ,
जीत और हार को खुदा की नेमत समझकर,
बस ! अपनी कोशिशों में चार चांद लगाते रहना।