Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Aug 2021 · 1 min read

देखो नया सवेरा आया….

अंधेरा हारा सूरज से अब

कारी कारी रात गयी

चील चहाते चिड़िया गाए

नादियोंने मुस्कान भरी

हरा हरा वसुंधरा झूमी

चंदन मुक्त हुआ सांपो से

आजादी का पर्व हुआ

रंग बिरंगे छटा छटा

देखो नया सवेरा आया…

देखो नया सवेरा आया….

Prof. Dinesh Gupta- Aanandshree

World record holder poet

Mumbai

181 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*मधु मालती*
*मधु मालती*
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
बदनाम से
बदनाम से
विजय कुमार नामदेव
#देकर_दगा_सभी_को_नित_खा_रहे_मलाई......!!
#देकर_दगा_सभी_को_नित_खा_रहे_मलाई......!!
संजीव शुक्ल 'सचिन'
"शिलालेख "
Slok maurya "umang"
Love and truth never hide...
Love and truth never hide...
सिद्धार्थ गोरखपुरी
जब जब तुम्हे भुलाया
जब जब तुम्हे भुलाया
Bodhisatva kastooriya
घड़ियाली आँसू
घड़ियाली आँसू
Dr. Pradeep Kumar Sharma
विषधर
विषधर
Rajesh
मेरा प्यारा भाई
मेरा प्यारा भाई
Neeraj Agarwal
जलियांवाला बाग काण्ड शहीदों को श्रद्धांजलि
जलियांवाला बाग काण्ड शहीदों को श्रद्धांजलि
Mohan Pandey
"दुआ"
Dr. Kishan tandon kranti
किताबें पूछती है
किताबें पूछती है
Surinder blackpen
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"माँ की छवि"
Ekta chitrangini
3452🌷 *पूर्णिका* 🌷
3452🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
क्रोधावेग और प्रेमातिरेक पर सुभाषित / MUSAFIR BAITHA
क्रोधावेग और प्रेमातिरेक पर सुभाषित / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
दुःख  से
दुःख से
Shweta Soni
..........
..........
शेखर सिंह
रिश्ते वक्त से पनपते है और संवाद से पकते है पर आज कल ना रिश्
रिश्ते वक्त से पनपते है और संवाद से पकते है पर आज कल ना रिश्
पूर्वार्थ
#लघुकथा-
#लघुकथा-
*Author प्रणय प्रभात*
कल्याण
कल्याण
Dr.Pratibha Prakash
जन्मदिवस विशेष 🌼
जन्मदिवस विशेष 🌼
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
पहाड़ चढ़ना भी उतना ही कठिन होता है जितना कि पहाड़ तोड़ना ठीक उस
पहाड़ चढ़ना भी उतना ही कठिन होता है जितना कि पहाड़ तोड़ना ठीक उस
Dr. Man Mohan Krishna
__सुविचार__
__सुविचार__
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
संविधान
संविधान
लक्ष्मी सिंह
ज़िंदगी फिर भी हमें
ज़िंदगी फिर भी हमें
Dr fauzia Naseem shad
ये जो आँखों का पानी है बड़ा खानदानी है
ये जो आँखों का पानी है बड़ा खानदानी है
कवि दीपक बवेजा
मेरा और उसका अब रिश्ता ना पूछो।
मेरा और उसका अब रिश्ता ना पूछो।
शिव प्रताप लोधी
उमंग
उमंग
Akash Yadav
आदमी और मच्छर
आदमी और मच्छर
Kanchan Khanna
Loading...