Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jul 2017 · 1 min read

देखो आई बरखा रानी

छाये काले काले बादल
जैसे हो आंखों का काजल
इस धरती की प्यास बुझाने
रिमझिम रिमझिम बरसे पानी
देखो आई बरखा रानी

कोयल गाये हो मतवाली
झूमे देखो डाली डाली
माटी की सौंधी खुशबू भी
लगती है जानी पहचानी
देखो आई बरखा रानी

रंगबिरंगे फूल खिलाती
बाग बगीचे सब महकाती
प्यारा कर श्रृंगार धरा का
उसे उढ़ाती चूनर धानी
देखो आई बरखा रानी

कागज़ की हम नाव बनाते
भीग भीग कर शोर मचाते
सुनते बात नहीं मम्मी की
बच्चे तो करते मनमानी
देखो आई बरखा रानी

डॉ अर्चना गुप्ता
08-07-2017

Language: Hindi
532 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
श्रेष्ठ वही है...
श्रेष्ठ वही है...
Shubham Pandey (S P)
क्या हो, अगर कोई साथी न हो?
क्या हो, अगर कोई साथी न हो?
Vansh Agarwal
*नंगा चालीसा* #रमेशराज
*नंगा चालीसा* #रमेशराज
कवि रमेशराज
जब दूसरो को आगे बड़ता देख
जब दूसरो को आगे बड़ता देख
Jay Dewangan
बदलाव
बदलाव
Shyam Sundar Subramanian
■ आज का विचार...
■ आज का विचार...
*Author प्रणय प्रभात*
अंबेडकर के नाम से चिढ़ क्यों?
अंबेडकर के नाम से चिढ़ क्यों?
Shekhar Chandra Mitra
विश्व कप-2023 का सबसे लंबा छक्का किसने मारा?
विश्व कप-2023 का सबसे लंबा छक्का किसने मारा?
World Cup-2023 Top story (विश्वकप-2023, भारत)
लिख रहा हूं कहानी गलत बात है
लिख रहा हूं कहानी गलत बात है
कवि दीपक बवेजा
खेल और राजनीती
खेल और राजनीती
'अशांत' शेखर
~ हमारे रक्षक~
~ हमारे रक्षक~
करन ''केसरा''
नयी सुबह
नयी सुबह
Kanchan Khanna
*नगरपालिका का कैंप* (कहानी)
*नगरपालिका का कैंप* (कहानी)
Ravi Prakash
हो गये अब हम तुम्हारे जैसे ही
हो गये अब हम तुम्हारे जैसे ही
gurudeenverma198
#drArunKumarshastri
#drArunKumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
गलत और सही
गलत और सही
Radhakishan R. Mundhra
*🔱नित्य हूँ निरन्तर हूँ...*
*🔱नित्य हूँ निरन्तर हूँ...*
Dr Manju Saini
कभी कभी ज़िंदगी में जैसे आप देखना चाहते आप इंसान को वैसे हीं
कभी कभी ज़िंदगी में जैसे आप देखना चाहते आप इंसान को वैसे हीं
पूर्वार्थ
3307.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3307.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
मंजिल कठिन ॲंधेरा, दीपक जलाए रखना।
मंजिल कठिन ॲंधेरा, दीपक जलाए रखना।
सत्य कुमार प्रेमी
क्यों तुम उदास होती हो...
क्यों तुम उदास होती हो...
Er. Sanjay Shrivastava
एक जहाँ हम हैं
एक जहाँ हम हैं
Dr fauzia Naseem shad
एक ही धरोहर के रूप - संविधान
एक ही धरोहर के रूप - संविधान
Desert fellow Rakesh
"किताबों में उतारो"
Dr. Kishan tandon kranti
मन के भाव
मन के भाव
Surya Barman
दोहे- साँप
दोहे- साँप
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
राष्ट्र निर्माता गुरु
राष्ट्र निर्माता गुरु
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"अकेलापन"
Pushpraj Anant
कहनी चाही कभी जो दिल की बात...
कहनी चाही कभी जो दिल की बात...
Sunil Suman
🌺प्रेम कौतुक-192🌺
🌺प्रेम कौतुक-192🌺
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...