देखिए
मन के तारों को एक बार झंकृत कर देखिये
तार को अपने तार से अलंकृत कर देखिये
मुहब्बत के परफ्यूम के डूबे हुए दिखते हो
आपस में टकरा टंकार करते हुए दिखते हो
प्रणय उदधि में हाव भाव का राग मिला लो
भावों विचारों से अपने सुसंकृत कर देखिए
तार को अपने तार से अलंकृत कर देखिये
आशे ,अभिलाशे मेरी और तेरी जब एक है
इशारे और संकेत मेरे और तेरे जब एक है
हम दोनों पर्थिक अनुचर एक ही राह के बने
भूल कर सब हमकों आप स्वीकृत देखिये
तार को अपने तार से अलंकृत कर देखिये