Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jun 2023 · 1 min read

वजह ऐसी बन जाऊ

मुझे तो हर घरी हर पल, तेरे ख्वाबों में है रहना
तेरा खुमार हो मुझ पर, वही हर लब्ज़ में कहना
मुझे अपनी निगाहों में, इस तरह से छुपा लेना
वजह ऐसी बन जाऊ कि, तेरे जिस्म समंदर मे
मुझे हो डूबते रहना – मुझे हो डूबते रहना ।

कभी वो नीर बनकर मैं, तेरी आंखों से बह जाऊ
कभी वो रक्त बनकर मैं, तेरे रग रग में रह जाऊ
हो इतना मोहब्बत की,तेरी सांसों से होकर मैं
गुजर जाऊ उस धड़कन से, जहां आवाज धड़कन की
मुझे आवाज वो सुनना – मुझे आवाज वो सुनना |

कोई कांटे चुभती तुम तो, लगता फूल सा कोमल
कोई तकलीफ देती तुम, तो हो जाता वो अहम पल
कभी वो बूंद बनकर के, मुझे आकर भीगा देना
कि हो एहसास का वो पल, जो भरी हो मोहब्बत से .
मुझे उसमें ही है रहना – मुझे उसमें ही है रहना | –

✍️ बसंत भगवान राय

Language: Hindi
188 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Basant Bhagawan Roy
View all
You may also like:
धैर्य बनाये रखे शुरुआत में हर कार्य कठिन होता हैं पीरी धीरे-
धैर्य बनाये रखे शुरुआत में हर कार्य कठिन होता हैं पीरी धीरे-
Raju Gajbhiye
गांव में जब हम पुराने घर गये,
गांव में जब हम पुराने घर गये,
पंकज परिंदा
Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko!
Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko!
Srishty Bansal
कुछ लोग घूमते हैं मैले आईने के साथ,
कुछ लोग घूमते हैं मैले आईने के साथ,
Sanjay ' शून्य'
🙅सूत्रों के अनुसार🙅
🙅सूत्रों के अनुसार🙅
*प्रणय*
कितना खाली खालीपन है !
कितना खाली खालीपन है !
Saraswati Bajpai
जिस समय से हमारा मन,
जिस समय से हमारा मन,
नेताम आर सी
कलयुग की छाया में,
कलयुग की छाया में,
Niharika Verma
तेरी खुशी
तेरी खुशी
Dr fauzia Naseem shad
उलझाया रखा है तन्हाइयों ने इश्क़-ए-सफ़र में,
उलझाया रखा है तन्हाइयों ने इश्क़-ए-सफ़र में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*राधा-राधा रटते कान्हा, बंसी की तान सुनाते हैं (राधेश्यामी छ
*राधा-राधा रटते कान्हा, बंसी की तान सुनाते हैं (राधेश्यामी छ
Ravi Prakash
बहुत
बहुत
sushil sarna
जहाँ जहाँ कोई उर्दू ज़बान बोलता है।
जहाँ जहाँ कोई उर्दू ज़बान बोलता है।
इशरत हिदायत ख़ान
गर तहज़ीब हो मिट्टी सी
गर तहज़ीब हो मिट्टी सी
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
I'm trying to be happy
I'm trying to be happy
VINOD CHAUHAN
* सामने आ गये *
* सामने आ गये *
surenderpal vaidya
पूरा जब वनवास हुआ तब, राम अयोध्या वापस आये
पूरा जब वनवास हुआ तब, राम अयोध्या वापस आये
Dr Archana Gupta
ৰাতিপুৱাৰ পৰা
ৰাতিপুৱাৰ পৰা
Otteri Selvakumar
उम्र के हर पड़ाव पर
उम्र के हर पड़ाव पर
Surinder blackpen
4480.*पूर्णिका*
4480.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
एक महिला अपनी उतनी ही बात को आपसे छिपाकर रखती है जितनी की वह
एक महिला अपनी उतनी ही बात को आपसे छिपाकर रखती है जितनी की वह
Rj Anand Prajapati
शाम सवेरे हे माँ, लेते हैं तेरा हम नाम
शाम सवेरे हे माँ, लेते हैं तेरा हम नाम
gurudeenverma198
हर एक  खैरियत पूछने वाला...
हर एक खैरियत पूछने वाला...
पूर्वार्थ
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"" *अहसास तेरा* ""
सुनीलानंद महंत
इस संसार मे
इस संसार मे
स्वतंत्र ललिता मन्नू
मेरी हस्ती
मेरी हस्ती
Shyam Sundar Subramanian
"जमाने को"
Dr. Kishan tandon kranti
जब लोग आपसे खफा होने
जब लोग आपसे खफा होने
Ranjeet kumar patre
सुप्रभात
सुप्रभात
डॉक्टर रागिनी
Loading...