देखता हूं जमाने में__ मुक्तक
देखता हूं जमाने में परेशानियों का अंबार लगा है।
परेशानियों कैसे दूर हो पथिक हर बार जगा है।।
चलते जाना घबराना मत अपनी परेशानियों से,
हिम्मत के आगे हर अवरोध बार बार भगा है।।
राजेश व्यास अनुनय
देखता हूं जमाने में परेशानियों का अंबार लगा है।
परेशानियों कैसे दूर हो पथिक हर बार जगा है।।
चलते जाना घबराना मत अपनी परेशानियों से,
हिम्मत के आगे हर अवरोध बार बार भगा है।।
राजेश व्यास अनुनय