दूषित न कर वसुंधरा को
दूषित न कर वसुंधरा को,
जीना है अगर रोगमुक्त
ना कर खिलवाड़ पर्यावरण से,
यह संकल्प निभाना है।
मैंने भी एक छोटा पौधा लगाया,
सांसो का कर्ज जो चुकाना था,
लगा पाऊं कुछ एक पेड़ -पौधे,
ऐसा सपना मन में बोया हूं ।
शनि देवता हम पर भारी है,
पीपल को जल चढ़ाना है,
ग्रह को तो शांत करना है,
इसी बहाने पेड़ लगाना है।
खतरनाक हो रही पृथ्वी हमारा,
मिलकर सभी को हैं बचाना,
आइए हम सब मिलकर
अधिक से अधिक पेड़ लगाए।
जब चारों तरफ छाएगी हरियाली
वायु ,जल ,मिट्टी और आकाश
सब में नई ताजगी लाना है जरूरी
बस पेड़- पौधे लगाना है जरुरी।।i
आइए मिलकर पेड़-पौध लगाए
प्राकृति को सदाबहार बनाए।
गौतम साव