“दूल्हन का घूँघट”
घूँघट ओढ़े दुल्हन बड़ी, प्यारी लगती है।
कैसी भी वो पर ,बडी प्यारी दिखती है।
घूँघट करने में एक ऐसी समझदारी हैं,
घूँघट सम्मान देने की एक तलवारी है।
घूँघट में लगती नारी भारतीय नारी,
छबि दिखने में लगती ,लज्जा वाली नारी।
घूँघट की प्रथा बड़ी ही प्यारी,
घूँघट नारी की होती है चारदीवारी।
घूँघट में नारी लगती है चित्रकारी,
कैसी है वो सब होते हैं रोमांचकारी।
जिसने भी घूँघट की बात है बिचारी,
उस नारी की सुंदरता बढती है भारी।
दूल्हन की यह प्रथा है अतिप्यारी,
घूँघट में लाज ,शर्म,हया की होती तैयारी।
जिसने भी घूँघट के साथ की श्रृंगारी,
सच मे वो लगती रूप सौंदर्य की मल्हारी।
घूँघट में नारी लगती है बड़ी प्यारी,
लगती है बड़ी प्यारी।।
लेखिका:- एकता श्रीवास्तव।
प्रयागराज✍️