दूर होकर भी पास हो तुम।
सांसो का विश्वास हो तुम।
धड़कनों की आस हो तुम ।
करवटों में बीत जाती रातें,
दूर होकर भी पास हो तुम।
तन्हाई के इस आलम में,
हर लम्हें के खास हो तुम।
सांसो का विश्वास हो तुम।
धड़कनों की आस हो तुम ।
करवटों में बीत जाती रातें,
दूर होकर भी पास हो तुम।
तन्हाई के इस आलम में,
हर लम्हें के खास हो तुम।