Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Dec 2016 · 1 min read

दूरी

लघुकथा
दूरी

*अनिल शूर आज़ाद

जंगल के बीच से निकलती सड़क के कारण जंगल की शान्ति भंग हो चुकी थी। दो भागों में बंट गये वन्य-जीव अब..शाम ढ़ले ही कहीं सड़क के दूसरी तरफ़ जा पाते थे।
ऐसे ही एक शाम, एक हिरणी अपने बच्चे के साथ सड़क की ओर बढ़ी.. मगर, तुरन्त ही.. एक लारी को आते देखकर वापस हो ली। शावक ने प्रश्नात्मक निगाहों से अपनी मां की ओर देखा।
“हां बेटे..इंसान है ही ऐसा जानवर..इससे दूरी ही भली!” यह सुनकर बेटे ने समझदारी से सर हिला दिया।

Language: Hindi
216 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अभाव और कमियाँ ही हमें जिन्दा रखती हैं।
अभाव और कमियाँ ही हमें जिन्दा रखती हैं।
पूर्वार्थ
#चाह_वैभव_लिए_नित्य_चलता_रहा_रोष_बढ़ता_गया_और_मैं_ना_रहा।।
#चाह_वैभव_लिए_नित्य_चलता_रहा_रोष_बढ़ता_गया_और_मैं_ना_रहा।।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
नारदीं भी हैं
नारदीं भी हैं
सिद्धार्थ गोरखपुरी
हर सीज़न की
हर सीज़न की
*Author प्रणय प्रभात*
*
*"गणतंत्र दिवस"*
Shashi kala vyas
आपकी खुशहाली और अच्छे हालात
आपकी खुशहाली और अच्छे हालात
Paras Nath Jha
मेहनत का फल (शिक्षाप्रद कहानी)
मेहनत का फल (शिक्षाप्रद कहानी)
AMRESH KUMAR VERMA
खेत का सांड
खेत का सांड
आनन्द मिश्र
*ऐसा हमेशा कृष्ण जैसा, मित्र होना चाहिए (मुक्तक)*
*ऐसा हमेशा कृष्ण जैसा, मित्र होना चाहिए (मुक्तक)*
Ravi Prakash
♥️मां ♥️
♥️मां ♥️
Vandna thakur
#justareminderdrarunkumarshastri
#justareminderdrarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बाल कविता: हाथी की दावत
बाल कविता: हाथी की दावत
Rajesh Kumar Arjun
दोहा-
दोहा-
दुष्यन्त बाबा
प्रकृति
प्रकृति
Bodhisatva kastooriya
बारिश
बारिश
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
तुम वादा करो, मैं निभाता हूँ।
तुम वादा करो, मैं निभाता हूँ।
अजहर अली (An Explorer of Life)
रिश्तों का सच
रिश्तों का सच
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
Being with and believe with, are two pillars of relationships
Being with and believe with, are two pillars of relationships
Sanjay ' शून्य'
बदले नजरिया समाज का
बदले नजरिया समाज का
Dr. Kishan tandon kranti
बहुमूल्य जीवन और युवा पीढ़ी
बहुमूल्य जीवन और युवा पीढ़ी
Gaurav Sony
हमसाया
हमसाया
Manisha Manjari
"आंखरी ख़त"
Lohit Tamta
तन्हा
तन्हा
अमित मिश्र
निकले थे चांद की तलाश में
निकले थे चांद की तलाश में
Dushyant Kumar Patel
23/24.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/24.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जिस कदर उम्र का आना जाना है
जिस कदर उम्र का आना जाना है
Harminder Kaur
कितने पन्ने
कितने पन्ने
Satish Srijan
सौ बार मरता है
सौ बार मरता है
sushil sarna
सत्य की खोज
सत्य की खोज
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
विश्व पर्यावरण दिवस
विश्व पर्यावरण दिवस
Ram Krishan Rastogi
Loading...