Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Nov 2024 · 1 min read

दूरी अच्छी है

दूरी अच्छी है

दूर रहो तुम उस मानव से जिसके विकृत भाव विचार।
निकट खड़ा हो वह करता है गंदी हरकत मिथ्याचार ।

दूषित वृत्ति विषैली बोली में मरघट का सदा निवास।
दूर रहो ऐसे विषधर से जो करता है हरदम वार।

जो कुसंग का अधिवक्ता है निंदनीय उसका हर काम।
छोड़ उसे तुम सदा विरत रह जो करता है अत्याचार।

कभी पास मत आने देना दूरी अच्छी है भरपूर।
कुटिल पतित कापुरुष भगाओ जिसे अधिक प्रिय भ्रष्टाचार।

जहाँ आचरण में बदबू है नाक दबाकर रहना दूर।
हो सुगंधमय वात-आवरण उसको करना अंगीकार।

रामबली को सत्य पंथ प्रिय झूठ पंथ है त्याज्य कुलोक।
दूरी अच्छी है दानव से करते रहो सदा प्रतिकार।

काव्य रत्न डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 17 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
यार
यार
अखिलेश 'अखिल'
तुम कहो कोई प्रेम कविता
तुम कहो कोई प्रेम कविता
Surinder blackpen
मिटते ही इंसान के,
मिटते ही इंसान के,
sushil sarna
" पायदान "
Dr. Kishan tandon kranti
हे प्रभु इतना देना की
हे प्रभु इतना देना की
विकास शुक्ल
आदिशक्ति वन्दन
आदिशक्ति वन्दन
Mohan Pandey
💞सुना है ....
💞सुना है ....
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मौन
मौन
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
एक बार नहीं, हर बार मैं
एक बार नहीं, हर बार मैं
gurudeenverma198
फूल भी हम सबको जीवन देते हैं।
फूल भी हम सबको जीवन देते हैं।
Neeraj Agarwal
शापित है यह जीवन अपना।
शापित है यह जीवन अपना।
Arvind trivedi
"" *रिश्ते* ""
सुनीलानंद महंत
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जनक देश है महान
जनक देश है महान
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मेंहदीं
मेंहदीं
Kumud Srivastava
"कौन अपने कौन पराये"
Yogendra Chaturwedi
****स्वप्न सुनहरे****
****स्वप्न सुनहरे****
Kavita Chouhan
घर में यदि हम शेर बन के रहते हैं तो बीबी दुर्गा बनकर रहेगी औ
घर में यदि हम शेर बन के रहते हैं तो बीबी दुर्गा बनकर रहेगी औ
Ranjeet kumar patre
बुंदेली (दमदार दुमदार ) दोहे
बुंदेली (दमदार दुमदार ) दोहे
Subhash Singhai
काश.! मैं वृक्ष होता
काश.! मैं वृक्ष होता
Dr. Mulla Adam Ali
मेरा एक छोटा सा सपना है ।
मेरा एक छोटा सा सपना है ।
PRATIK JANGID
4967.*पूर्णिका*
4967.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दिल सचमुच आनंदी मीर बना।
दिल सचमुच आनंदी मीर बना।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
Finding the Right Help with College Homework
Finding the Right Help with College Homework
Myassignmenthelp
Teri yaadon mein aksar khoya rahtaa hu
Teri yaadon mein aksar khoya rahtaa hu
Amit Yadav
*नारी है अर्धांगिनी, नारी मातृ-स्वरूप (कुंडलिया)*
*नारी है अर्धांगिनी, नारी मातृ-स्वरूप (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दोस्त और दोस्ती
दोस्त और दोस्ती
Anamika Tiwari 'annpurna '
याद मीरा को रही बस श्याम की
याद मीरा को रही बस श्याम की
Monika Arora
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
.
.
*प्रणय*
Loading...