दूब घास गणपति
दूब घास गणपति
मन भावत,
लाल गुड़हल
जब सुमन चढावत।
होत प्रसन्न मन
अति लंबोदर,
करते सब शुभ
तुम शुभदायक।
नीलम शर्मा✍️
दूब घास गणपति
मन भावत,
लाल गुड़हल
जब सुमन चढावत।
होत प्रसन्न मन
अति लंबोदर,
करते सब शुभ
तुम शुभदायक।
नीलम शर्मा✍️