Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Feb 2017 · 1 min read

दुर्मिल सवैया :– भाग –5 चितचोर बड़ा बृजभान सखी ॥

दुर्मिल सवैया छंद :– भाग -5
चित चोर बड़ा बृजभान सखी ॥
8 सगण / 4 पद
रचनाकार :–अनुज तिवारी “इंदवार”

॥ 14 ॥
इक रूप अनूप अनूठ धरे ।
प्रभु द्वापर में अवतार लिए ।

कर चक्र धरे धनु शारंग थी ।
भुज चार सभी हथियार लिए ।

मणि कौस्तुभ शोभित थी वक्ष में ।
वनमाला विभूषित हार लिए ।

मुख श्याम सुशोभित तेज बड़ा ।
चित चंचल भाव उदार लिए ।

Language: Hindi
679 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सच्चे और ईमानदार लोगों को कभी ईमानदारी का सबुत नहीं देना पड़त
सच्चे और ईमानदार लोगों को कभी ईमानदारी का सबुत नहीं देना पड़त
Dr. Man Mohan Krishna
Mushaakil musaddas saalim
Mushaakil musaddas saalim
sushil yadav
क्या पता मैं शून्य न हो जाऊं
क्या पता मैं शून्य न हो जाऊं
The_dk_poetry
“एक वक्त  ऐसा आता हैं,
“एक वक्त ऐसा आता हैं,
Neeraj kumar Soni
"नजरों का तीर"
Dr. Kishan tandon kranti
आज के वक्त में भागकर या लड़कर शादी करना  कोई मुश्किल या  बहा
आज के वक्त में भागकर या लड़कर शादी करना कोई मुश्किल या बहा
पूर्वार्थ
मोल
मोल
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
यादों का बुखार
यादों का बुखार
Surinder blackpen
😊आज का सच😊
😊आज का सच😊
*प्रणय*
ये करुणा भी कितनी प्रणय है....!
ये करुणा भी कितनी प्रणय है....!
singh kunwar sarvendra vikram
जीवन में सफलता छोटी हो या बड़ी
जीवन में सफलता छोटी हो या बड़ी
Dr.Rashmi Mishra
सौगंध से अंजाम तक - दीपक नीलपदम्
सौगंध से अंजाम तक - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
*लता (बाल कविता)*
*लता (बाल कविता)*
Ravi Prakash
ग्रहस्थी
ग्रहस्थी
Bodhisatva kastooriya
तेवरी आन्दोलन की साहित्यिक यात्रा *अनिल अनल
तेवरी आन्दोलन की साहित्यिक यात्रा *अनिल अनल
कवि रमेशराज
आया उत्सव तीज का,मस्ती है चहुँ ओर
आया उत्सव तीज का,मस्ती है चहुँ ओर
Dr Archana Gupta
महिमा है सतनाम की
महिमा है सतनाम की
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
2898.*पूर्णिका*
2898.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"किसी ने सच ही कहा है"
Ajit Kumar "Karn"
देश का वामपंथ
देश का वामपंथ
विजय कुमार अग्रवाल
शराफत नहीं अच्छी
शराफत नहीं अच्छी
VINOD CHAUHAN
एकांत
एकांत
Akshay patel
Job can change your vegetables.
Job can change your vegetables.
सिद्धार्थ गोरखपुरी
कविता तो कैमरे से भी की जाती है, पर विरले छायाकार ही यह हुनर
कविता तो कैमरे से भी की जाती है, पर विरले छायाकार ही यह हुनर
इशरत हिदायत ख़ान
हम
हम
हिमांशु Kulshrestha
सियासत जाती और धर्म की अच्छी नहीं लेकिन,
सियासत जाती और धर्म की अच्छी नहीं लेकिन,
Manoj Mahato
जग के का उद्धार होई
जग के का उद्धार होई
राधेश्याम "रागी"
मेरी झोली मै कुछ अल्फ़ाज़ अपनी दुआओं के डाल दे ...
मेरी झोली मै कुछ अल्फ़ाज़ अपनी दुआओं के डाल दे ...
Neelofar Khan
जिंदगी जी कुछ अपनों में...
जिंदगी जी कुछ अपनों में...
Umender kumar
शिक्षित लोग
शिक्षित लोग
Raju Gajbhiye
Loading...