दुर्मिल सवैया :– भाग -10
हिय में अपने प्रभु नाम भजो ।
मनमोहन सोहन श्याम भजो ।
भज धन्य धरा मथुरा नगरी ।
प्रभु जन्म लिए हर धाम भजो ।
वशुदेव भजो भज देवकि को ।
हल धारक हैं बलराम भजो ।
सत सत्य स्वरूप सुहावन है ।
पुरुषोत्तम हैं प्रभु राम भजो ।
अनुज तिवारी “इंदवार “