Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Dec 2021 · 1 min read

दुनिया बसाएँगे (भक्ति-गीतिका)

दुनिया बसाएँगे (भक्ति-गीतिका)
———————————————-
(1)
नए रिश्ते नई कुछ मित्रता-दुनिया बसाएँगे
सितारे आसमानों से चमकते ले के आएँगे
(2)
चलन दुनिया का मतलब का समझ में कुछ नहीं आया
चलन हम ढाई अक्षर की मौहब्बत का चलाएँगे
(3)
हमारे बीच पूजाघर-पुजारी कुछ नहीं होंगे
नई दुनिया में हम भगवान को खुद ही बुलाएँगे
(3)
हमें मालूम है लाता है वह मस्ती-नशा भरकर
बुलाकर देर तक हम मस्तियों में खो-खो जाएँगे
(4)
नया इंसान गढ़ना है हमें सच्चे सरल मन का
न मजहब के किसी फंदे में फिर उसको फँसाएँगे
(5)
यह दुनिया हो चुकी इस वक्त पैसे के लिए पागल
यह पैसे कैसे दुनिया को मगर यम से बचाएँगे
(6)
सरल हृद‌यों में आ जाता है ईश्वर एक ही क्षण में
करामाती सरलता है यह सच सबको बताएँगे
——————————————
रचयिता : रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

450 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

"सपना देखने में"
Dr. Kishan tandon kranti
लोग तुम्हे जानते है अच्छी बात है,मायने तो यह रखता है की आपको
लोग तुम्हे जानते है अच्छी बात है,मायने तो यह रखता है की आपको
Rj Anand Prajapati
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
आग जो रूह को जलाती है...
आग जो रूह को जलाती है...
पंकज परिंदा
मायका
मायका
Mansi Kadam
हिंदी दिवस
हिंदी दिवस
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
ख़्बाब आंखों में बंद कर लेते - संदीप ठाकुर
ख़्बाब आंखों में बंद कर लेते - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
जातिवाद की खीर
जातिवाद की खीर
RAMESH SHARMA
सावन
सावन
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
*माँ दुर्गा का प्रथम स्वरूप - शैलपुत्री*
*माँ दुर्गा का प्रथम स्वरूप - शैलपुत्री*
Shashi kala vyas
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Vishal Prajapati.
Vishal Prajapati.
Vishal Prajapati
दीप ऐसा जले
दीप ऐसा जले
लक्ष्मी सिंह
Haiku
Haiku
Otteri Selvakumar
हर समय आप सब खुद में ही ना सिमटें,
हर समय आप सब खुद में ही ना सिमटें,
Ajit Kumar "Karn"
बस तेरे हुस्न के चर्चे वो सुबो कार बहुत हैं ।
बस तेरे हुस्न के चर्चे वो सुबो कार बहुत हैं ।
Phool gufran
3643.💐 *पूर्णिका* 💐
3643.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
चांद-तारे तोड के ला दूं मैं
चांद-तारे तोड के ला दूं मैं
Swami Ganganiya
रतन टाटा
रतन टाटा
Satish Srijan
शहीदों के लिए (कविता)
शहीदों के लिए (कविता)
गुमनाम 'बाबा'
दीपों की माला
दीपों की माला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बुगुन लियोसिचला Bugun leosichla
बुगुन लियोसिचला Bugun leosichla
Mohan Pandey
बेशर्मी से रात भर,
बेशर्मी से रात भर,
sushil sarna
भूल नहीं पाता
भूल नहीं पाता
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
At the age of 18, 19, 20, 21+ you will start to realize that
At the age of 18, 19, 20, 21+ you will start to realize that
पूर्वार्थ
- आरजू -
- आरजू -
bharat gehlot
संदेश
संदेश
Shyam Sundar Subramanian
Jese Doosro ko khushi dene se khushiya milti hai
Jese Doosro ko khushi dene se khushiya milti hai
shabina. Naaz
गीता केवल ग्रंथ नही
गीता केवल ग्रंथ नही
dr rajmati Surana
।।
।।
*प्रणय*
Loading...