दुनिया बदल रही……!!!!
पतित पावन हो दो वरदान
सहिष्णु बने मन रहे ये ध्यान
अंगारों पर फूल बरसाए
ऐसा भर दो शीतल रसखान।।
पतित पावन हो दो वरदान,
बुलंदियां छुएं आसमान की हम
ऐसा कराओ हमें आवाह्न…….
दृष्टि पटल रहे शुद्ध सदा,
हमेशा हो प्रकाश का ध्यान..
ऐसा भर दो शीतल रसखान.., २
बिमल रजक