दुनिया के हुक्मरान
अब लाशों के ढेर पर
बैठे हैं हुक्मरान!
साजिशों के ज़ोर पर
ऐंठे हैं हुक्मरान!!
अंधभक्ति का चश्मा
देख लो उतारकर!
तुम जान लोगे बख़ूबी
कैसे हैं हुक्मरान!!
अब लाशों के ढेर पर
बैठे हैं हुक्मरान!
साजिशों के ज़ोर पर
ऐंठे हैं हुक्मरान!!
अंधभक्ति का चश्मा
देख लो उतारकर!
तुम जान लोगे बख़ूबी
कैसे हैं हुक्मरान!!