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19 Oct 2019 · 1 min read

दुखद होती विदाई

आँखो में आँसू
भर देती है विदाई
अपनों से दूर
देती है विदाई

पालते पोसते
बेटी को
रोते हुए कर
देते हैं विदा

माता पिता से
जातें हैं दूर
बच्चे
दिल पर
पत्थर रख
देते हैं विदाई
उन्हें

होते हैं
देश की
खातिर
शहीद जवान
होती बहुत
मुश्किल विदाई
पत्नी, माँ,
बहन के लिए

क्यों बना तू
शब्द क्रूर “विदाई”
दुःख, विछोह
रूलाना ही है
बस “संतोष ”
काम इसका

स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल

Language: Hindi
439 Views
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