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2 Jun 2021 · 1 min read

दुःखी मानवों की सेवा करना

हम यह जानते हैं
कि जिसतरह सूर्य का धर्म है
ताप देना, भाप देना।
चंद्रमा का धर्म है
शीतलता देना,
ऊष्मा से राहत देना।
धरती का धर्म
अन्न देना, शांत मन देना ।
मानव भी समझ पाते
कि उनका धर्म है
दुःखी मानवों की
सेवा करना,
कर्मयोगियों की
मेवा नहीं छीनना।

Language: Hindi
2 Likes · 192 Views
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