ग़ज़ल __ "है हकीकत देखने में , वो बहुत नादान है,"
उम्र भर मलाल रहेगा कि तुम मेरे ना हो पाए
*बात सही है खाली हाथों, दुनिया से सब जाऍंगे (हिंदी गजल)*
फसल , फासला और फैसला तभी सफल है अगर इसमें मेहनत हो।।
अपनी इबादत पर गुरूर मत करना.......
तुम तो हमसे कमाल की मोहब्बत करते हो।
बुंदेली दोहे- ततइया (बर्र)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मसल डाली मेरी इज्जत चंद लम्हों में
इंसान अपनी ही आदतों का गुलाम है।
मुस्कुराने का बहाना
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर