दीये की बाती …….
अब उसके बिना जीना दीये की बाती सा लगता!
और उसके संग जीना बेवजूद अफ़सानों सा लगता!
ऐ ख़ुदा…..
एक तेरी आस, पर तू मुख़बधिर बन सब देख रहा!
ज़न्नत तुम हो पर उसके बिना थोड़ा सुना सा लगता!!
–सीरवी प्रकाश पंवार
@DeAr CuTe
ख़ुदा-माँ
अब उसके बिना जीना दीये की बाती सा लगता!
और उसके संग जीना बेवजूद अफ़सानों सा लगता!
ऐ ख़ुदा…..
एक तेरी आस, पर तू मुख़बधिर बन सब देख रहा!
ज़न्नत तुम हो पर उसके बिना थोड़ा सुना सा लगता!!
–सीरवी प्रकाश पंवार
@DeAr CuTe
ख़ुदा-माँ