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27 Jan 2024 · 1 min read

दीपों की माला

दीपों की माला में , जीवन पिरो लो
खुशियों से खुद को, सराबोर कर लो

बिखेर दो रोशनी , आँगन मे सभी के
रंगोली के रंग , जीवन में भर लो

चांद तारे सभी ,उतर आए ज़मी पर
दीपों से संसार , रोशन कर लो

खिला दो कुछ रंग , जीवन में सभी के
दिवाली की इतना , पावन कर लो

दीपों की माला में , जीवन पिरो लो
खुशियों से खुद को, सराबोर कर लो

Language: Hindi
1 Like · 123 Views
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
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